बड़ी नाजुक सी होती हैं ये रिशतों की डोर जनाब थोड़ी सी भी बाधने की कोशिश करो तो टूट जाती हैं फिर अपनी ही खुशीयाँ खुद से रुठ जाती हैं ना कोई पाबंदी ना बंधिसे लगा है इश्क अगर तुझे उससे तो उसकी खुशीयाँ में ही तु अपनी खुशीयों को सजा होती मोहबब्त अगर जोर जबरदस्ती से तो आज सिता राम की नहीं रावण की होती और ना जाने ऐसे और कितनी ही कहानीयां रची होती मोहबब्त का भी अपना अलग ही उसुल है तब ही तो बस कुछ ही लोग दिल के करीब है और हो जाती मोहब्बत अगर बात करने से तो आज यह हर कोई किसी का मेहबूब होता फिर हीर रांझा का किस्सा कैसे मशहूर होता रिशतों की डोर ढिल देना बहुत जरूरी है एक लड़की की जिंदगी में बंधिसे पहले से काहाँ थोड़ी है बात बहुत छोटी सी है पर समझना बहुत जरूरी है रिशतों की डोर को ढिल देना बहुत जरूरी हैं!! ©Renu Choudhary रिश्तों की डोर को मिल देना बहुत जरूरी हैं #potry #fewlinesfromheart #Freedom