मैंने अपने घर के पंखे से कहा, देख मेरी दसा क्या है? बदन से निकलते पसीने और मन बेचैन सा है। अरे पैसे खर्च किए हैं तुम पर; कुछ ठंडी हवा ला, जवाब भी क्या खूब मीला... मैं दूंगा ठंडी हवा तु सुरज को रोक के दिखा या फिर आसपास कुछ पौधे लगा। उजाड़ कर बगिया ए-इन्सा मुझे रौब न दिखा। । ©Deepak Rana इतनी गर्मी क्यों है। #save_tree #poem #quates #