चलो चल की दुनियां होरी, मन नै किते टिकावै ना, ज़हर भरया सै भीतर सबकै, कोई किसे नै चाहवै ना, भटक भटक कै दुनियां देखैं, हर मैं सुरती लावै ना, भई चलो चल की दुनियां होरी, मन नै किते टिकावैं ना, ©Sanjeev tohana it's true #sanjeev_tohana #New #latestshayari #quaotes