नहीं बनना मुझे मूक-बधिर.. सब कुछ सुनना है अौर सब कुछ कहना है मुझे...! देेनी है मन के भावों को अभिव्यक्ति... अंदर ही अंदर नहीं घुटना है मुझे...! उड़ना है ऊँचे आकाश में पंख पसार... ख्वाहिशों के पर नहीं कटवाने हैं मुझे...! जो मेरा है वो लेना है मुझे... व्यर्थ का त्याग नहीं करना है मुझे...! "मैं हूँ और मुझसे हूँ..." दुनिया को बतलाना है मुझे..! कौन जानता है आख़िर दिल पर क्या गुज़रती है? #क्यागुज़रतीहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi