अब नहीं आऊँगी तेरी बातों में। बहुत परेशान करते हो रातों में। न नींद आती है न चैन मिलता! साँस दहकती है ज़ज़्बातों में। मिल कर तुमसे ऐसा भी होगा! सोचा न था यह मुलाक़ातों में । तुम ही तुम हो दिल धड़कन में तुम ही तुम हो मेरी आँखों में। ♥️ Challenge-727 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।