आसान है ना किसी को अपना बनाना फिर छोड़ जाना आसान है ना अपने सारे राज उससे खोल जाना किसी को नी बताए ये बोल जाना आसान है ना आसान है ना कहना कि साथ चलेंगे जब तक चलेंगे फिर राहा में ही हाथ छोड़ जाना आसान है ना पर क्या उतना आसान है अपनी बातो पे चलना जो वादे किए उनको निभाना क्या आसान है ता उम्र किसी एक का हाथ पकड़ना उसका हमसफ़र बन जाना