प्यार की है ज़रूरत चले आइए, उर में लेकर मुहब्बत चले आइए। दिल है तन्हा बहुत यार मैं क्या करूँ, मिलने लेकर के फुर्सत चले आइए। ©सतीश तिवारी 'सरस' #चले_आइए