अच्छा दोस्त एक फूल की तरह होता है जिसे हम छोड़ भी नहीं सकते और तोड़ भी नहीं सकते तोड़ दिया तो मुरझा जायेगा छोड़ दिया तो कोई और ले जायेगा ©Rajnesh Kumar दोस्ती की शायरी Shani Shukla