*मुझे लगा था तू बेवफ़ाई ना करेगा..!!* *जो करे सो करे यूं रुसवाई ना करेगा..!!* *जिस्म से मेरे उठता हुआ एक शोर है,* *लड़ता रहेगा यह तनहाई ना करेगा..!!* *तू छूट भी जाये गर छुड़ा के मेरा हाथ,* *ग़म मेरा कभी तेरी रिहाई ना करेगा..!!* *जिसे मिला उसने ही उधेड़ा है दिल को,* *आ कर क्या कोई तुरपाई ना करेगा..!!* *दिखते ही हैं पर हम इतने बुरे नही,* *जा कर बयां कोई सच्चाई ना करेगा..!!* *रोता हूं रोम रोम कि ऐ मेरे नसीब,* *हाय क्या कोई मेरी दुहाई ना करेगा..!!* *मेरा भरम रखे था आईना मेरे घर का,* *देखें कब तक कैसे बुराई ना करेगा..!!* *रातों रहे ना भले चंदा तो भी दीया,* *टिमटीमाता रहेगा स्याही ना करेगा..!!* ©KRISHNA #kinaara