घूंघट में चाँद नीले आसमा में ए चाँद तू हैं अकेला जैसे इस धरा पे मै मजनू अलबेला हर रात तुझसे ही दिल की बात कहता हूँ अपनी मुस्कराहट में गम को छिपा के सहता हूँ #Ghoonghat