एक तरफ हम मर्द हैं दिल में मासूमियत छुपाये बैठे हैं और वो मासूम सी शकल में फ़कत एक शातिर थे हम उनको मंज़िल समझ बैठे ये भूल कर की उल्फ़त की राहों में हम बस मुसाफिर थे शायद वो हुस्नवाले है दिल बड़ा होता है इसलिय वो दो दो के संग रिश्ते निभाने में माहिर थे ✍️Anandsingh #माहिर