क्या लिखूं तुझपे तू खुदी में ही एक राज हैं ,
जिसे सब से छुपा सुनता-पढ़ता रहा वो एक एहसास हैं ,
जो आता है मेरे सपनों में वो पल भर की खुशी ,
और कैसे टूट जाने पर गम में बदल जाया करा करती है ,
सपनों से हकीकत वो आखिर बनती क्यूं नहीं ,
सपना ही क्यों मेरी जिंदगी बनती क्यों नहीं ,
आखिर हर बार कोशिश में ही क्यूं करूं वो करती ही नहीं ,
सपनों में आकर क्यूं जिंदगी इस कदर खराब कर चलीं जाया करती हैं , #Nature#thought#बात#HindiLanguage