ना जाने क्यों साहेब आज भी लगती मुझे मजबूरी छोड़ कर चली गई वो क्योंकि मैं तो करता मजदूरी कहता ये जमाना साहेब की मेरी हालत हो गई ओर भी बुरी पर अनजान है ये जमाना उसकी हर शर्त जो हुई पुरी इश्क, मुहब्बत पैसे वालो के ही किस्मत में है जनाब ! ना कि उन गरिबो की किस्मत में है जिनके पास खाने की दो वक्त की रोटी तक नहीं है जनाब ! BY - SUNSA KERAPA #NOJOTO #NOJOTOHINDI #HINDI #KAVUTA #KAVI #SHAYAR #SHAYARI #PYAR #LOVE #LIFE #LIKE#FAMILY #POETRY #QUOTES #DIL #WORKER #POOR #KALAKAKSHA2.0 #SOCIAL #FUN #HAI #COMEDY #FILLING