शहर बसाकर अब सुकून के लिए गांव ढूंढ़ते है बड़े अजीब है लोग, हाथ मे कुल्हाड़ी ले कर पेड़ की छांव ढूंढ़ते है शहर बसाकर अब सुकून के लिए गांव ढूंढ़ते है बड़े अजीब है लोग, हाथ मे कुल्हाड़ी ले कर पेड़ की छांव ढूंढ़ते है