ये वही समाज है जिसमे घर में रहते हुए पुरुष किसी महिला के सामने बनियान में अचानक आने से शर्मिंदा महसूस करतें हैं। जबकि मेट्रो में चंद धागे शरीर पर लपेट कर घूमने वाली लड़कियां बताती है कि हमारी सोच ही छोटी है।। ©Neeraj Vats #ravishkumar #ChhotiSoch #छोटीसोच #litlethinking #पुरुष #दिल्लीमेट्रो #delhimetro #Women