दिल के अंदर छिपे हुए बाहर निकालिए अरमान, कितने भी करते रहिए सितम सुनो कुछ ना कहेंगे जान। आ जाओ बेदर्दी यार सताओ ना जरा पास आओ ना, तुम्हारे लिए तो होगी दिल्लगी और हमारी निकल जाएगी जान। धन्यवाद जी और tc. दिल के अरमान।