एहसास रह जाता है उनका पर, वो नहीं ठहरते, क्या मालूम था वक्त कभी इतना ज़ालिम हो जाएगा उन्हे हमसे पहले अपना बना जाएगा। - Akansha Singh वक्त को क्या दोष दूँ 'सनम' जब नसीब ही खिलाफ था। शायद इश्क में कोई कमी रही जो हमारे बजाए वो उनका हो बैठा। © वक्त़ एक 'नापाक' खत़ा कर बैठा उन्हे हमसे छिन के अपना बना बैठा। जो जो़र चल जाता वक्त पे कभी अपना वक्त को भी रोक कर उसका वक्त बदल देता।© 1st Collaboration with Akashu Singh.. Thank u soo Much for Giving Me this chance for Collaboration... #Waqt #Zaalim #YqBaba #YqDidi #YoPoWriMo #JugalBandi #Ehsaas #Ishq #Naseeb