मैं पानी हूँ, मैं लोगो के पास नहीं जाता हूँ, लोग मेरे पास आते हैं, अपनी प्यास बुझाने और अपने पाप धोने, मैं जीवन हूँ तो मैं मौत भी हूं, मैं अपना रास्ता ख़ुद बनाता हूँ, आज मैं ख़त्म होने की कगार पर हूँ, मुझे बचाया जा सकता है, पेंड़ लगा कर और मेरा सही प्रयोग करके, मेरे बिना तुम जी नहीं सकते हो, क्योंकि मैं पानी हूँ।।। जल ही जीवन है।।।