ख्वाब और हकीकत के दरमयान ज़रूरतो की तलाश मे गुज़र गयी ये ज़िदगी तो बस " अगर मगर " की कश्मकश और " काश " मे गुज़र गयी #irrfankhan bate jo dil chhu jaye