तुम मेरे सपनों की तख्ती पर एक शब्द की तरह बार बार आती हो में कितना भी मिटा लु उसे तुम फिर निकल आती हो जाने ये कैसा मौसम या मंजर पर तुम याद बड़ी आती हो #yaaden#missinglove#loveweather