मौत का सफर ही अंतिम है फिर क्यूं बहस करता है... जब कोई नहीं है तेरा तो इतना परिश्रम क्यूं करता है! तेरी अर्थी को जो लोग छूने आएंगे वो भी भूल जाएंगे... किस बात का गुमान तू सीने में रखकर बात करता है! जाने दे ऐ नादान ना इतिरा अपने वक्त कर आज... तू क्या है तेरी औकात क्या है क्यूं ये बकवास करता है! तुझसे पहले भी बहुत आए और चले गए इस दुनिया से तू खुदा है ये महज गलतफहमी है जो दिमाग में रखता है!!! #वेद #हकीकत #सच्चाई_ज़िंदगी_की