मुक्तक इक चिंगारी नफरत की फिर से देखो लग ही गयी वक्त है कठिन मगर कौम हमारी धर्म पर बंट ही गयी अब भले सियासी खेल हो या कोई राजनीति अजेंडा मगर ये हरकतें शर्मसार इंसानियत को तो कर ही गयी #मुक्तक #नोजोटो #महामारी#कोरोना #देश #काव्यशैली Kђusђi SiŇgђ😟 हम शायर तो नही hum shayar to nahe