राधे राधे जब से सौंप दिया है खुद को, तुम्हें भगवान् ... असली माईने में, बन गया हूँ मैं धनवान... चित की शान्ति को भंग नहीं कर पाता, अब बाहरी कोलाहल... दिल छोटी-2 बातों से परेशान हो, ढ़ूडता नही अब कोई हल.... बाहें खोल तेरी हर रज़ा को, अब गले लगाना है सीख लिया... शुक्र-गुज़ारी तुम्हारी, हर दुख-सुख के लिए, जो तुमने है दिया... धैय॔ और शांति से, अब ज़िन्दगी का हर फलसफा पढ़ते जाऐंगे... ज़िन्दगी के रंग मंच पर, तुम्हारा सौंपा किरदार, बखूबी निभाऐंगे... ©Ruchika #Krishna #भगवान #शुक्रगुज़ार #शान्ति