राजनीतिक दलों के हर कदम में हमारे भरपूर राजनीतिक संभव नहीं होती है यह अवसर के मुताबिक गठजोड़ बनाते हैं भगत बिगड़ते हैं झारखंड में विधानसभा चुनाव होने में ऐसे ही भले अभी ढाई सौ से ज्यादा समय का है लेकिन इसे भरोसा था अभी बिछाने लगी है 5 विधायकों का नया मोर्चा इसकी एक नई बना ली है हालांकि इसमें शामिल विधायकों के मूड में जॉर्ज अलग है लेकिन इनका एक मंच पर आना कोई संकेत कर सकता है जो आने वाले दिनों में राजनीति के प्रभावित कर सकते हैं राज्य में भाजपा के सहयोगी आयुष पार्टी इसका अंग है इसके मुख्य प्रमुख सुदेश महतो और नवगठित झारखंड लोकतंत्र मोर्चा की अगुवाई कर रहे हैं निर्दलीय विधायक सरयू राय की रणनीति इसके पीछे बताई जा रही है आगे सुदेश महतो को किया है लेकिन पर्दे के पीछे से मोर्चे की दूरी को तय करने में उनकी अहम भूमिका है आर एस एस और अखिल भारतीय परिषद की राजनीति के आगे बढ़ाए कभी भाजपा के नेता में शुमार थे लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में उन्हें टिकट नहीं मिला तो बागी हो गए उन्हें तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवीर दास के खिलाफ चुनाव लड़ा और उन्हें प्राप्त कर दिया इस झटके में 5 साल तक मुख्यमंत्री रहे रघुवीर दास के हाथ से सत्ता के सगाई राय का प्रभाव लघु का आधा दर्जन से अधिक सीटों पर पड़ा जिससे भाजपा विरोधी दलों को फायदा पहुंचा ©Ek villain #क्या गुल खिलाएगी नई राजनीतिक मोर्चा #Holi