आबादी तो है मगर भटक रही हूँ इस शोर गुल में,जहाँ कही किसी मुके जानवर की जीवन के लिए पुकार है। कही किसी नवज़ात का जज़्ज़र होता अंग है। ख़फ़ा हूँ ख़ुद से क्योंकि की मेरे ख़ामोश लोगों की जमात से गहरे संबंध है(smita) #worldpopulationday