ना लौटने की हिम्मत, ना सोचने की फुर्सत बहुत दूर निकल आये है तुम्हे चाहते हुए बेपनाह मोहब्बत की सजा पाए बैठे है हासिल ना हुआ कुछ भी और सबकुछ लुटाये बैठे है इन्द्र राजपूत ✍ #बेपनाह_महोब्बत, #इन्द्र_राजपूत