जिस ख़्वाब को वर्षों से सँजोए बैठा हूँ, उस ख़्वाब से किनारा किस तरह हो। जिस ख़्वाब में हो हजारों सिलवटें, उसका पूरा हो जाना भी किस तरह हो। #yqbaba #yqkhvab #yqjindgi #yqzindagi #yqlife #yqhindi