दूसरों की सुनके हमे आपकी और सबकी नज़रों में गिराओ ना। हम औलाद आपकी है दूसरों की बातों में आके हमें गुनेहगार बनाओ ना। कुछ गलती हो जाए अगर हमसे तो लोगों को बताने से पहले हमें प्यार से समझाओ ना। हम नादान है समझते नहीं आपकी बातें मगर दूसरों के उसूलों पे ज़िंदगी हमारी चलाओ ना। हम अगर कबूल करें अपनी गलती तो प्लीज हमे समझ जाओ ना। रिश्तेदारों के कहने पे ना करो हम पे भरोसा कभी अपने होने का हक़ हम पे जताओ ना।हम करते है बहुत प्यार आपसे आप भी करते हो तो गले लगाके गोद में लेके हमे समझाओ ना। लोगों को बताने से पहले हमारी गलतियाँ हमें बताओ ना।यूँ दुनियाँ वालो रिश्तेदारों की सुनके ज़िंदगी उन्के तरीके से हमारी चलाओ ना। @रीत_Diwaani_Diaries मेरे अल्फ़ाज मेरे दिल से।मेरी शायरी रीत डायरी।