मेरा खुदा कहता है तेरा ख्याल हर वक़्त मेरे ज़हन में रहता है तू अपनी आंखो में नमी लाया ना कर बेपनाह मुहब्बत है तेरे रब को तुझसे तू किसी और से दिल लगाया ना कर सब दिखावे है झुटे जमाने के तू सच्चा हमनवां इसे बनाया तो कर तू क्यों समझती है खुद को अकेला इस रब को अपनी बातों में शामिल किया तो कर Mera khuda kehta hai