खुशियों की क्रांति दूर गगन में है उमंगों की क्रांति उड़ रही पतंगों के जैसे मन में उमड़ रही नई तरंगों की क्रांति इस नववर्ष में दूर हो सब भ्रांति मुबारक हो सबको मकर सक्रांति। ©vishwas #मकरसंक्रांति #मकर_संक्रांति #makarsakranti #मेरे_शब्दांश #mere_shabdansh #nojotohindi