मैंने देखी है ज़िंदा आँखे ज़िंदा ख़्वाहिशें ... ज़िंदा सपने जो शनै शनै जलते है ताउम्र ... उनसे धुँआ नहीं ... पानी बहता है .. और ... ये पानी ... उस आग को ताउम्र जलाए रखता है !! @ख्वाहिश