कौन कहता है इश्क़ नहीं होता इसे जद में आकर लोग रोता न धोता कोई अपनी मुहब्बतें खोता न होता समझो अगर ऐसा -वैसा नहीं होता ना राधा रोती ना कृष्णा रोता होता व्रज में मनभावन होली ना होता सखियों कि हठ ठिठोली ना होता मुहब्बत कि अपनी भाषा बोली न होता रंगों से रंगों की हमजोली ना होता ©Anushi Ka Pitara #HappyHoli2021 #Holi