मेरा दिमाग क ह के तन छोङ दयु पर या दिल गी आवाज तन खोण कोन्या देती शरीर पुरे दिन महनत कर क थक ज्या ह,आँख्या क मा नींद आज्या ह पर एक तेरी याद मन सोण कोन्या देती माँ बाबु के सुप्णया कि जमीदारी ह सर प आँख्या म पाणी भरया र ह पर या जमीदारी मन रोण कोन्या देती ©Ajad Shayar माँ बाबु कि जमीदारी ❤️❤️❤️❤️❤️❤️❤️ तेरा आजाद�🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 शायर #alone