सारा जहां खुशियों से भरा, उन खुशियों के बीच है कुछ गमों का सैलाब. सारी हिम्मत गिर जाती इस सैलाब में, संभले खुशियों से भरे सावन में. ©Ankit Verma 'utkarsh' 💞💓❤💖 17th shayri of my fourth shayri collection ruh se ruh tak #withyou H B