तनहा सफ़र, जिंदगी का कटता नही, दुःखों का बादल ,जिंदगी से हटता नही. हर तरफ़ जिंदगी में, अंधेरे ही अंधेरे, रौशनी का, कोई सुराग, दिखता नही. जिंदगी ने दिया, उम्र भर का दर्द हमे, ग़म ऐसा है, दिल मे, कभी मिटता नही. सीधे थे, ज़माने में, हमने खाई ठोकरे, अब दर्द कोई भी, कहीं टिकता नही. आसमाँ पर छाए, बादल तो छट जाएंगे , कौन कहता है, चाँद कभी घटता नही. ©Dr Manju Juneja #दर्द #गम #बादल#तनहा #सफर #जिन्दगीका #चाँद #नज़्म #ग़ज़ल #nojotoshayri