शिकायतें हज़ार हैं, सुनने वाला कोई तो हो, ख्वाब भी हज़ार हैं संग बुनने वाला कोई तो हो, कोई तो हो जिसे दिल अपना कहने से कतराए नहीं, कोई तो हो जो पास आए और फिर छोड़कर जाए नहीं, किसकी तलाश है मुझे, आख़िर किसे ढूँढ रहा है ये दिल, ना जाने किसके नाम के, सलोने ख्वाब बुन रहा है ये दिल, शायद कोई ऐसा जो मुझे ख़ास होने का एहसास दिलाया करे, हाँ, कोई ऐसा, जो मेरे हसीन लम्हों को और हसीन बनाया करे, झगड़े मुझसे, लड़ाईयाँ करे, रूठ जाए कभी, कभी मनाना भी चाहे, चाहिए मुझे कोई ऐसा, जो दिल की बातें नज़रों से बताना भी चाहे, 🙏पूरी कविता अनुशीर्षक में पढ़ें🙏 (Full piece in the caption) #expression शिकायतें हज़ार हैं, सुनने वाला कोई तो हो, ख्वाब भी हज़ार हैं संग बुनने वाला कोई तो हो, कोई तो हो जिसे दिल अपना कहने से कतराए नहीं, कोई तो हो जो पास आए और फिर छोड़कर जाए नहीं, किसकी तलाश है मुझे, आख़िर किसे ढूँढ रहा है ये दिल,