आईना बोल पड़ा In Caption आईना बोल पड़ा ये मैच अवश्य ही जीतना है चाहे कोई भी कुर्बानी देनी पड़ी हमको चाहे कोई भी साम दाम दंड भेद इस्तेमाल करो परंतु ये मैच जीतने है। नरेंद्र अपनी टीम के हर सदस्य को प्रोत्साहित कम डांट ज़्यादा रहा था। नरेंद्र ने इस मैच के लिए कोई कोर कसर नही छोड़ी। चंदा ले कर बड़े बड़े विज्ञापन छपवाए, डरा धमका कर अंपायर और कॉमेंटेटर रक्खे। भीड़ में भी अपने खरीदे लोग। नरेंद्र के लिए यह प्रतिशत का खेल था। कैसे कोई उसको ललकार दे।