"ज़िन्दगी अंधे भिखारी की "क़दह" हो गयी है। लोग ख़ुशियाँ डालते कम , उठाते ज्यादा है...!!" #क़दह = कटोरा /bowl #उर्दूपाठशाला #उर्दू_अल्फ़ाज़ #कोराकाग़ज़ #suchitapandey "ज़िन्दगी अंधे भिखारी की "क़दह" हो रखी है। लोग ख़ुर्रम देते कम, उठाते ज्यादा है...!!" #सुचितापाण्डेय