नींदे उड़ जायेंगी मोहब्बत अगर की मेंने! इस बात से बाकिफ था फिर भी मगर की मेंने! और देख जैसा सोचा था वैसा ही हुआ आखिर! पूरी रात तेरे दरबाजे पर बसर की मेंने! ©Rajat.kaim.poetry मोहब्बत अगर की मेंने! . . Follow for more . . Follow me on instagram: https://instagram.com/rajat.kaim.poetry?utm_medium=copy_link