Nojoto: Largest Storytelling Platform

कुछ सधे थे सधे के सधे रह रहे। रितियों में

कुछ  सधे  थे  सधे  के  सधे  रह रहे।
रितियों   में   बंधे   थे  बंधे  रह रहे।
कुछ सब कुछ हड़पते-हथियाते गयें,
हम  गधे  थे   गधे  के  गधे  रह रहे।।

©Narendra Sonkar "हम गधे थे गधे के गधे रह रहे"
कुछ  सधे  थे  सधे  के  सधे  रह रहे।
रितियों   में   बंधे   थे  बंधे  रह रहे।
कुछ सब कुछ हड़पते-हथियाते गयें,
हम  गधे  थे   गधे  के  गधे  रह रहे।।

©Narendra Sonkar "हम गधे थे गधे के गधे रह रहे"

"हम गधे थे गधे के गधे रह रहे" #ज़िन्दगी