हजारों होनहारों पर, कहर क्यों ढाहते अनपढ़। युवाओं के सभी सपने, सदा ही दाहते अनपढ़। किये हैं लीक पेपर फिर,दिए सरकार को चकमा- बिना क्यों मेहनत के ही,सफलता चाहते अनपढ़। #मुक्तक #पेपर_लीक #विश्वासी