Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुझे मज़हब से मत जोड़ो मुझे इंसान रहने दो मेरे ख्

मुझे मज़हब से मत जोड़ो मुझे इंसान रहने दो
 मेरे ख्वावो में वो पहला सा हिंदुस्तान रहने दो
जहां हम होली ईद मिलकर बनातें थे
सेवई हम वो गुजिया हमें खिलाते थे
इस हिंदुस्तान को मोहब्बत का गुलदान रहने दो
मुझे मज़हब से मत जोड़ो मुझे इंसान रहने दो
कहीं मज़हब का झगड़ा है कहीं ईमान का झगड़ा   
कही गीता का झगड़ा है कहीं कुरान का झगड़ा
खुदा को बस खुदा भगवान को भगवान रहने दो
मुझे मज़हब से मत जोड़ो मुझे इंसान रहने दो
हिंदू मुस्लिम सिख और है ईसाई
इसकी मिट्टी में मेरे अजदाद ने जगह पाई
इस हिंदुस्तान को कैफ की पहचान रहने दो
मुझे मज़हब से मत जोड़ो मुझे इंसान रहने दो

©Mohd Kaif
  #My first ghazal
mohdkaif8258

Mohd Kaif

New Creator

#my first ghazal

148 Views