पल दो पल का इश्क तेरा,दिल है बेबस और बेचैन चार दिन की सब चाँदनी,फिर सदियों की लंबी रैन कभी ऊब गया,कभी रूठ गया,कहीं मिला न दिल को चैन जो छूट गया वो चला गया,फिर भी उसका रस्ता देखें नैन नज़र को नज़र तब लग गई,जब नहीं हुआ दीदार, कभी इश्क ने काबिल बना दिया,कभी इश्क ने किया बेकार कदम-कदम पर ढूंढ़ रहा,ढूंढू उसे मैं दिन रात खोजा उसे तो ख़ुद को पा लिया,वो शोला, मैं राख वक्त ने कैसा सितम किया,जब वो बरसा बन के मेघ कोई टूटा धागा फिर से जुड़ गया,जैसे तुम बारिश, मैं रेत मेरी नींदें और सपने तेरे नाम हुए,तेरी यादें और बातें हुई मेरे नाम मिलकर भी वो कभी मिले नहीं,जैसे तुम मीरा, मैं श्याम... Abhishek Trehan #paldopal #ishq #lovepoetry #lovehurts #दोहा #hindipoetry #hindishayari #yqdidi