Nojoto: Largest Storytelling Platform

रात भर चलते सिलसिले अधुरी हसरतों के और गुजरते है

रात भर चलते  सिलसिले 
अधुरी हसरतों के
और गुजरते है एक के बाद एक काफ़िले
कुछ उजली कुछ धुंधली सी यादों के

मनाती रात मातम रात भर कुछ ध्वस्त हौसलों के
और रखती हाथ दिलासे का कांधे पर 
कुछ शोक में डूबे पलों के

रात भर  मिलती हैं सांसे कुछ नए ख्वाबों खयालों को
रात भर  पढ़ती हैं नज़रें
दिन की क्रूर चालों को

सहकर वियोग दिन सारा रह के आकुल मन
रात भर  खुद से मिला
जूझता रहता है जीवन सारे दिन दुनियादारी के जालों से
रात भर मिलती निजात
उलझे जंजालों से

रात भर होता है बिस्तर तरबतार वैचैनियों की नमी से
और सुनता है तकिया दिल की हर बात तल्लीन हो के

रात भर  
सुस्ताती उम्मीदें छिप कर  हकीकत के कड़वे उजालों से
रात भर चलती है बातें खुद की खुद से
और कभी चल पड़ते  भवर से ज़िद्दी खयालों के
रात भर पाती सुकून ज़िंदगी
दिन की हलचल से
रात दिन के ये  सिलसिले.चलते रहे........
(राखी की क़लम से)

©Rakhee ki kalam se #रातदिन 
#nojotocontest 
#नोजोटोहिंदी 
#NojotoTrending 

#Twowords  Madhubala Jain Rathod Nisha Dhiman BEENA TANTI Anupam Mishra ANURAG SINGH  
रात भर चलते  सिलसिले 
अधुरी हसरतों के
रात भर चलते  सिलसिले 
अधुरी हसरतों के
और गुजरते है एक के बाद एक काफ़िले
कुछ उजली कुछ धुंधली सी यादों के

मनाती रात मातम रात भर कुछ ध्वस्त हौसलों के
और रखती हाथ दिलासे का कांधे पर 
कुछ शोक में डूबे पलों के

रात भर  मिलती हैं सांसे कुछ नए ख्वाबों खयालों को
रात भर  पढ़ती हैं नज़रें
दिन की क्रूर चालों को

सहकर वियोग दिन सारा रह के आकुल मन
रात भर  खुद से मिला
जूझता रहता है जीवन सारे दिन दुनियादारी के जालों से
रात भर मिलती निजात
उलझे जंजालों से

रात भर होता है बिस्तर तरबतार वैचैनियों की नमी से
और सुनता है तकिया दिल की हर बात तल्लीन हो के

रात भर  
सुस्ताती उम्मीदें छिप कर  हकीकत के कड़वे उजालों से
रात भर चलती है बातें खुद की खुद से
और कभी चल पड़ते  भवर से ज़िद्दी खयालों के
रात भर पाती सुकून ज़िंदगी
दिन की हलचल से
रात दिन के ये  सिलसिले.चलते रहे........
(राखी की क़लम से)

©Rakhee ki kalam se #रातदिन 
#nojotocontest 
#नोजोटोहिंदी 
#NojotoTrending 

#Twowords  Madhubala Jain Rathod Nisha Dhiman BEENA TANTI Anupam Mishra ANURAG SINGH  
रात भर चलते  सिलसिले 
अधुरी हसरतों के