आती है बहुत मुश्किल से कभी मेरे पास वो। दूर रहकर ही तड़पाती रहती है मुझे बहुत वो। यकीन करती है मुझपर पर खुद से आती नहीं। प्यार है मुझसे पर करती खुद पर एतबार नहीं। आती है पास आना पर फिर भी वो आती नहीं। करती है बहाना सदा कभी सही बात भी तो नहीं। -"Ek Soch" सभी दोस्तों को प्यार भरा "नमस्कार" 🎀 आप सभी के लेखन को और बेहतर बनाने के लिए यहां पर रूटीन पोस्ट की जाती हैं पर सुबह की पहली पोस्ट में से ही एक सर्वश्रेष्ठ प्रतिलिपि / Write up को चुन कर Testimony रिपोस्ट से सम्मानित किया जाएगा । 🎀 रूटीन पोस्ट की Collab समय सीमा सिर्फ़ 4 घंटे या अगली रूटीन पोस्ट पर ख़तम हो जाती हैं ।