काफी पुरानी बात है, जब मैं मोहब्बत से मिली उसे करीब से देखा, उसे जाना, उसे महसूस किया । कभी फूलों सी नाज़ुक थी वो मोहब्बत तो कभी नीर सी कोमल थी मोहब्बत कभी मंद समीर सा था उसका एहसास तो कभी बारिश की फुहार सी थी उसकी छुअन । बात काफ़ी पुरानी है मगर मिली थी मैं उस मोहब्बत से जो आज भी मेरी किताबों में दबे सूखे फूल सा रहता है। आज भी बारिश में , हवाओ में एक सुकून सा रहता है। उसे आज भी महसूस किया इन अल्फ़ाज़ों में । हर हर्फ़ के साथ खिलते कुछ सुर्ख़ ख़्यालों में ।। हाँ काफ़ी पुरानी बात है, जब मिली थी मैं मोहब्बत से..... ©Rooh_Lost_Soul #Smile #undefinedlove #RoohLostSoul #nojoto #nojotohindi