भारत जोड़ो यात्रा के राजस्थान में प्रवेश से ठीक पहले राहुल गांधी की पहल पर बेशक अशोक गहलोत और सचिन पटियाल में समझौता कर दिया हो लेकिन दिल से समझौता नहीं लगता कारण गहलोत ने गद्दार निकम्मा और भाजपा से पैसे लेकर भागवत करने जैसे आरोप लगाए हैं सचिन पायलट ने फिर भी मर्यादा नहीं तोड़ी लेकिन अंदर से आहत तो अवश्य ही हुए होंगे यह कटु सच्चाई है कि केवल सचिन पायलट को मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए ही उन्हें कांग्रेश अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठुकरा दी थी गहलोत के समर्थन में इसके आशय का प्रस्ताव पास करने से मना कर दिया था कि नेतृत्व परिवर्तन की स्थापना में अगले मुख्यमंत्री का फैसला सोनिया गांधी करेंगी ©Ek villain #DarkCity राजस्थान में मनभेद दूर करना होगा कांग्रेस पार्टी को