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एक हद तक दर्द सहने के बाद इंसान खामोश हों जाता है

एक हद तक दर्द सहने के बाद
 इंसान खामोश हों जाता हैं
 और फीर ना वों किसी से शिकायत करता हैं
 और ना हीं किसी से उम्मीद रखता हैं..!!

©Sarfaraj idrishi एक #हद तक #दर्द #सहने के बाद #इंसान #खामोश हों जाता हैं और फीर ना वों किसी से #शिकायत करता हैं और ना हीं किसी से #उम्मीद रखता हैं..!! Tiya Aggarwal Anchal Godiyal (shine writer) Anshu writer  ram singh yadav Sudha Tripathi
एक हद तक दर्द सहने के बाद
 इंसान खामोश हों जाता हैं
 और फीर ना वों किसी से शिकायत करता हैं
 और ना हीं किसी से उम्मीद रखता हैं..!!

©Sarfaraj idrishi एक #हद तक #दर्द #सहने के बाद #इंसान #खामोश हों जाता हैं और फीर ना वों किसी से #शिकायत करता हैं और ना हीं किसी से #उम्मीद रखता हैं..!! Tiya Aggarwal Anchal Godiyal (shine writer) Anshu writer  ram singh yadav Sudha Tripathi

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