जमाना मुझकों और मैं जमाने को आजमाता गया कुछ किस्सें सुनता उनके और कुछ अपनें सुनाता गया पता ही ना चला हकीकत ए ज़िन्दगी का ता उम्र मुझकों क्योंकि मैं बेवजह की चीजों में अपने कीमती वक़्त को गवांता गया - विनीत तोमर #Mere_alfaaz #vineet_tomar #youtuber_Vineet_tomar