रोज़ घुट घुट पी रहा हूं मै, तेरी याद में रोज़ कतरा कतरा मर रहा हूं मै, तू क्या जाने स्वाद इन आंसुओं का, तूने तो सिर्फ मगरमच्छ के बहाएं है, कभी लेके देख उधार मेरे, तू भी जान जाएगी दुःख और दर्द मेरे। आँसुओं की चाशनी में घुल गए हैं गीत मेरे... #आँसुओंकीचाशनी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi